जो विद्यार्थी 12वीं कक्षा को कॉमर्स विषय से पास कर लेते हैं, उन्हें 12वीं कक्षा को पास करने के बाद इस बात की चिंता होने लगती है, कि अब वह आगे ऐसी कौन सी पढ़ाई करें, जिससे उनका अच्छा भविष्य बने और उनका अच्छा कैरियर की स्थापित हो।
अगर आप भी ऐसे विद्यार्थियों में से हैं, जिन्होंने 12वीं कक्षा को कॉमर्स विषय के साथ पास किया है और आप इस कंफ्यूजन में है कि अब आगे क्या करें, तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको 12वीं कक्षा को कॉमर्स विषय के साथ पास करने के बाद क्या करें, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
हर साल जितने भी विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करते हैं, उन्हें अपना कैरियर पसंद करने में काफी कंफ्यूजन होती है। बहुत से विद्यार्थी इसी कन्फ्यूजन में रहते हैं कि, 12वीं कक्षा को पास करने के बाद कौन सी फील्ड की तरफ अपना कदम आगे बढ़ाए, ताकि आगे चलकर उन्हें एक अच्छी नौकरी प्राप्त हो सके और वह अपना कैरियर अच्छे से स्थापित कर सके।
हमारा आज का यह आर्टिकल कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए है। जो विद्यार्थी 12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषयों के साथ पास कर चुके हैं और वह यह सोच रहे हैं कि, अब वह आगे क्या करें, तो उनके सभी सवालों के जवाब आज के हमारे इस आर्टिकल में हम देने का प्रयास करेंगे।
कॉमर्स की फील्ड हमेशा से ही विद्यार्थियों के लिए पहली रेफरेंस रही है, क्योंकि कॉमर्स के विषयों के साथ पढ़ाई करने के बाद व्यक्ति को आसानी से किसी भी फील्ड में नौकरी प्राप्त हो जाती है। बहुत से विद्यार्थी अच्छे करियर के लिए कॉमर्स में अपना कैरियर बनाने की सोचते हैं।
कॉमर्स एक ऐसा विषय है, जिसे अगर अच्छे से पढ़ लिया जाए तो फिर इसमें काफी अच्छा मुकाम हासिल किया जा सकता है, क्योंकि अधिकतर लोग कॉमर्स के विषयों की पढ़ाई करके ही विभिन्न बड़े पदों को प्राप्त करते हैं।
तो अगर आपने 12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषयों के साथ पास किया है और आप इंटरनेट पर यह ढूंढते रहते हैं कि 12वीं कॉमर्स के बाद क्या करें या फिर 12वीं कॉमर्स के बाद कौन सा कोर्स करें,तो आप आज बिल्कुल सही जगह पर आए हैं
क्योंकि आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको 12वीं कॉमर्स के बाद क्या करें या फिर 12वीं कक्षा को पास करने के बाद कौन सा कोर्स करें, इसके बारे में पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले हैं, तो चलिए चलते हैं इस पोस्ट को शुरू करते है|
1. बीकॉम (BCOM)
12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषयों के साथ पास करने के बाद अधिकतर बीकॉम यानी कि बैचलर ऑफ कॉमर्स का कोर्स ही करते हैं और इस कोर्स को करने के बाद इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन यानी कि मास्टर ऑफ कॉमर्स का कोर्स करते हैं।
बैचलर ऑफ कॉमर्स का कोर्स एकाउंटिंग के ऊपर आधारित कोर्स होता है और इस कोर्स को करने के लिए 3 साल का समय लगता है। बारहवीं कॉमर्स के अधिकतर छात्र 12वीं कक्षा को पास करने के बाद बीकॉम के कोर्स की तरफ ही अपना रुख करते हैं।
क्योंकि इसमें एडमिशन पाने के लिए उन्हें कोई विशेष एंट्रेंस एग्जाम या फिर प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होती है और इस कोर्स में किसी भी कॉलेज में आसानी से प्रवेश भी मिल जाता है।
अगर हम बीकॉम की सालाना फीस के बारे में बात करें तो इसकी सालाना फीस ₹15000 के आसपास होती है। हालांकि यह फीस सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है। बीकॉम करने के बाद आप चाहे तो बीकॉम इन होनर का कोर्स भी कर सकते हैं।
बीकॉम का कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आप इसमें उच्च स्तर की पढ़ाई जैसे कि एमकॉम, एमबीए और एमसीए भी कर सकते हैं या फिर बीकॉम का कोर्स पूरा करने के बाद आप गवर्नमेंट जॉब के लिए तैयारी भी कर सकते हैं।
इसके अलावा आप किसी प्राइवेट और सरकारी बैंक में नौकरी के लिए आवेदन भी दे सकते हैं।
बैचलर ऑफ कॉमर्स का कोर्स करने के बाद आप चाहें तो सीधा चार्टर्ड अकाउंटेंट या फिर कंपनी सेक्रेट्री के कोर्स में प्रवेश पा सकते हैं और इसके लिए आपको कोई भी फाउंडेशन प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता भी नहीं होती। आप सीधे ही अपना रजिस्ट्रेशन इस कोर्स के लिए करवा सकते हैं।
2. सीडब्ल्यूए (CWA)
सीडब्ल्यूए का पूरा नाम है कास्ट एंड वर्क अकाउंटेंट। इस कोर्स को 12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषय के साथ पास करने के बाद किया जा सकता है। यह कोर्स चार्टर्ड अकाउंटेंट से मिलता-जुलता कोर्स है और हमारे भारत देश में ऐसे कई इंस्टिट्यूट हैं जो इस कोर्स को करवाते हैं।
हालांकि इस कोर्स को करने के पहले अभ्यर्थियों को फाउंडेशन का कोर्स करना होता है।इस कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को कॉस्ट अकाउंटेंट से जुड़े हुए पदों पर काम करने का मौका मिलता है।
इस कोर्स में अभ्यर्थियों को प्रैक्टिकल और थ्योरीकल दोनों तरह से पढ़ाई करवाई जाती है।यह कोर्स वैसे विद्यार्थियों के लिए पसंदीदा कोर्स है, जो बैंकिंग की फील्ड में अपना कैरियर बनाने की इच्छा रखते हैं।
बैचलर ऑफ बैंकिंग एंड इंश्योरेंस का कोर्स पूरा करने के बाद आप इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।इसके अलावा आप बैंकिंग की फील्ड में अपनी पसंद के अनुसार इंश्योरेंस, फाइनेंशियल, ऑडिटिंग और अकाउंटिंग में नौकरी कर सकते हैं।
अगर हम इस फील्ड में सैलरी के बारे में बात करें तो इस फील्ड में अभ्यर्थी की सालाना सैलरी तीन लाख से लेकर चार लाख के आसपास होती है।
5. बैचलर ऑफ अकाउंटिंग एंड फाइनेंस
बैचलर ऑफ अकाउंटिंग एंड फाइनेंस का कोर्स 3 सालों का होता है और इस कोर्स को 12वीं कक्षा को पास करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स की परीक्षा सेमेस्टर के हिसाब से होती है।
अगर हम इस कोर्स की फीस के बारे में बात करें तो इस कोर्स की प्राइवेट कॉलेज में फीस लगभग 15000 से लेकर 35000 के आसपास प्रति सेमेस्टर होती है।
जबकि सरकारी कॉलेज में इस कोर्स की फीस है 10,000 से लेकर 20000 के आसपास प्रति सेमेस्टर होती है। इसके अलावा आप चाहे तो इस कोर्स को करने के लिए स्कॉलरशिप के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप बैंक, बिजनेस स्कूल, क्रेडिट ऑर्गेनाइजेशन, कंसल्टेंसी, इकोनॉमिक्स, हेल्थ डिपार्टमेंट, इंडियन सिविल सर्विस, कंसलटिंग नौकरी, इंश्योरेंस इंडस्ट्री, सिक्योरिटी इंडस्ट्री एंड इन्वेस्टमेंट इत्यादि में से किसी में भी अपना कैरियर बना सकते हैं।
इस कोर्स को करने के बाद फ्रेशर के तौर पर आपकी वार्षिक सैलरी 300000 से लेकर चार लाख के आसपास हो सकती है और जैसे-जैसे आप का एक्सपीरियंस बढ़ेगा वैसे-वैसे आपकी सैलरी में भी वृद्धि होगी।
6. चार्टर्ड अकाउंटेंट
एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को हमारे भारतीय समाज में काफी मान सम्मान दिया जाता है, कयोंकि चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना कोई आसान काम नहीं होता बल्कि चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है।
बहुत से विद्यार्थी चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स 12वीं कक्षा को पास करने के बाद करते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के द्वारा करवाया जाता है। हालांकि इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आपको सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम को पास करना होता है।
जब आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं तभी आपको इस कोर्स में प्रवेश मिलता है। इस कोर्स की फीस अधिक होती है परंतु इसमें सैलरी भी अधिक होती है। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को महीने की सैलरी के तौर पर 80000 से लेकर ₹100000 तक मिलते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स साढे 4 साल का होता है, इसीलिए इस कोर्स को पास करने के लिए आपको साढे 4 साल तक बहुत मेहनत करनी होती है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट के कोर्स में प्रवेश के लिए किसी भी तरह का कोई भी आरक्षण नहीं होता है, इसीलिए इसमें प्रवेश पाने के लिए आपको अपनी योग्यता पर भरोसा रखना पड़ता है और इसकी अच्छे से तैयारी करनी होती है। इस कोर्स में किसी भी तरह के जातिगत आरक्षण की व्यवस्था सरकार ने नहीं की है।
7. कंपनी सेक्रेट्री
कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए आप 12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषयों के साथ पास करने के बाद आप एंट्रेंस एग्जाम दे सकते हैं और अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं, तो आपको इस कोर्स में एडमिशन मिल जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी सेक्रेट्री की एग्जाम 3 चरणों में होती है, जिसमें सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा, उसके बाद मुख्य परीक्षा और सबसे आखरी में इंटरव्यू होता है और जो अभ्यर्थी इन तीनों चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लेता है, उसे सबसे आखरी में कंपनी सेक्रेटरी का पद दिया जाता है।
कंपनी सेक्रेटरी की परीक्षा हर साल 2 बार होती है। यह परीक्षा जून और दिसंबर के महीने में होती है। इस कोर्स की फीस सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में अलग-अलग होती है।
कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स पूरा करने के बाद आप चाहे तो खुद भी प्रैक्टिस कर सकते हैं या फिर आप किसी कंपनी में कंपनी सेक्रेटरी के पद के लिए आवेदन दे सकते हैं।
अगर हम कंपनी सेक्रेटरी की सैलरी के बारे में बात करें तो इनकी महीने की सैलरी ₹80000 से लेकर 100000 पास होती है और अनुभव बढ़ने पर इनकी सैलरी में वृद्धि होती है।
कंपनी सेक्रेट्री के कोर्स में प्रवेश के लिए किसी भी तरह का कोई भी आरक्षण नहीं होता है, इसीलिए इसमें प्रवेश पाने के लिए आपको अपनी योग्यता पर भरोसा रखना पड़ता है और इसकी अच्छे से तैयारी करनी होती है। इस कोर्स में किसी भी तरह के जातिगत आरक्षण की व्यवस्था सरकार ने नहीं की है।
8. बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
12वीं कक्षा को कॉमर्स के विषय के साथ पास करने के बाद आप चाहें तो बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स भी कर सकते हैं।यह एक डिग्री लेवल का कोर्स होता है जो अलग-अलग 6 सेमेस्टर में बटा हुआ होता है।
जिसमें से आप अपनी पसंद के अनुसार बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स कर सकते हैं।बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में आप मार्केटिंग, फाइनेंस, इंटरनेशनल बिज़नेस, हुमन रिसोर्स से संबंधित कोर्स कर सकते हैं।
अगर हम इस कोर्स की फीस के बारे में बात करें तो इस कोर्स की फीस संस्थानों के ऊपर निर्भर करती है। अगर आप इस कोर्स को प्राइवेट कॉलेज से करते हैं, तो इसकी सालाना फीस ₹300000 से लेकर ₹400000 के आसपास हो सकती है।
वहीं अगर आप इस कोर्स को सरकारी कॉलेज से करते हैं, तो इसकी सालाना फीस ₹200000 से लेकर ₹300000 के आसपास हो सकती है। बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री को पूरा करने के बाद आप चाहे तो मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री का कोर्स भी कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स करने के बाद आपको आसानी से नौकरी मिल जाती है, क्योंकि इस कोर्स में आपको बिजनेस की बारीकियों के बारे में सिखाया जाता है और कभी कभी विभिन्न टास्क भी दिए जाते हैं, जिन्हें आप को पूरा करना होता है।
किसी भी कंपनी का मैनेजमेंट संभालना बहुत ही जिम्मेदारी का काम होता है और इसीलिए कंपनियों में एमबीए प्रोफेशनल की आवश्यकता होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी की सबसे उंचे और महत्वपूर्ण पद जैसे की ceo भी एक एमबीए किया हुआ व्यक्ति ही होता होता है।
9. बीसीए
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स होता है।इसके अलावा इसे टेक्निकल कोर्स भी कहा जाता है। बीसीए के कोर्स में अभ्यर्थियों को कंप्यूटर एप्लीकेशन तथा कंप्यूटर साइंस के बारे में पढ़ाई करवाई जाती है।
इस कोर्स में अभ्यर्थियों को वह सारी बातें बताई जाती हैं, जिन्हें पढ़कर वह आगे जाकर कंप्यूटर या फिर आईटी की फील्ड में काम कर सकें।
इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद अभ्यर्थियों को कंप्यूटर से संबंधित विभिन्न प्रकार के जानकारी हासिल हो जाती है।जैसे कि किसी सॉफ्टवेयर को किस तरह बनाया जाता है तथा सॉफ्टवेयर में कोडिंग कैसे की जाती है।
इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद अभ्यर्थी किसी भी कंपनी में एक अच्छे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। अभ्यर्थी चाहे तो इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन यानी कि एमसीए भी कर सकते हैं।
10. होटल मैनेजमेंट
12वीं साइंस पास करने के बाद आप चाहे तो होटल मैनेजमेंट का कोर्स भी कर सकते हैं। होटल मैनेजमेंट के कोर्स में अभ्यर्थियों को होटल सर्विस से संबंधित बातें पढ़ाई तथा सिखाई जाती हैं।
इस कोर्स में अभ्यर्थियों को होटल संचालन से लेकर ग्राहकों के साथ कैसा व्यवहार करना है, खाना कैसे सर्व करना है, साफ-सफाई कैसे रखनी है, कम्युनिकेशन स्किल इत्यादी के बारे में सिखाया जाता है।
11. एलएलबी/बैचलर ऑफ लाॅ
इस कोर्स में अभ्यर्थियों को कानून से संबंधित पढ़ाई करवाई जाती है। यह कोर्स सामान्य तौर पर वैसे लोग करते हैं, जिन्हें वकील बनने की इच्छा होती है।अगर आप कानून की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं।
एलएलबी का कोर्स दो तरह का होता है। इसमें अगर आप 12वीं कक्षा को पास करने के बाद एलएलबी के कोर्स की पढ़ाई करते हैं तो आपको इसके लिए 5 सालों का समय देना होगा, वही अगर आप ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 3 साल का समय देना होगा।
एलएलबी का कोर्स करने के लिए आपके 12वीं कक्षा में 55% से अधिक अंक होने चाहिए। इसके अलावा आपके अंदर कुछ व्यक्तिगत योग्यताएं भी होनी चाहिए। जैसे कि आपका दिमाग क्रिएटिव होना चाहिए। आपके दिमाग में समस्याओं को सुलझाने की कला होनी चाहिए।
12. फिल्म कोर्स
अगर आपको फिल्म बनाने में इंटरेस्ट है, तो आप फिल्म कोर्स भी कर सकते हैं। इस कोर्स में अभ्यर्थियों को विभिन्न सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं।जैसे कि डायरेक्टिंग सिनेमेटोग्राफी, एनीमेशन, एक्टिंग, फोटोग्राफी इत्यादि।
हालांकि इस कोर्स को करने के लिए आपके अंदर कुछ व्यक्तिगत योग्यताएं भी होनी चाहिए।जैसे आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए,आप के अंदर टीम को मैनेजमेंट करने का गुण होना चाहिए।आपके पास एक अच्छा स्टेमिना होना चाहिए तथा आपके पास विजुअल सेंस भी होना चाहिए।
13. डिफेंस
आप चाहे तो 12वीं साइंस पास करने के बाद हमारे भारत देश की विभिन्न सेनाएं जैसे की थल सेना, जल सेना और वायु सेना में भर्तियां देख सकते हैं।
14. ट्रैवल एंड टूरिज्म कोर्स
अगर आपको घूमने का शौक अधिक है, तो आप टूरिज्म से संबंधित कोर्स कर सकते हैं, जिसमें आपको बहुत सी ट्रैवल एजेंसियां, गवर्नमेंट टूर डिपार्टमेंट,टूर ऑपरेशन इमीग्रेशन और एयरलाइंस, होटल इत्यादि के साथ काम करने का मौका मिलता है।
15. बारहवीं कॉमर्स के बाद डिप्लोमा कोर्स
वर्तमान के समय में अधिकतर छात्र कम समय का कोर्स करने में अपना इंटरेस्ट दिखाते हैं। इसी बात से आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि, 1 साल के कोर्स की वर्तमान के समय में कितनी डिमांड है।
यह तो आप जानते ही हैं कि इंसान उसी चीज के पीछे सबसे पहले भागता है, जो चीज उसे कम समय में प्राप्त होने वाली होती है और इसीलिए अधिकतर छात्र डिप्लोमा का कोर्स करने के पीछे भागते हैं।
क्योंकि डिप्लोमा का कोर्स कम से कम 1 साल और अधिक से अधिक 3 साल का होता है और डिप्लोमा का कोर्स करने के बाद नौकरी भी आसानी से मिल जाती है। डिप्लोमा कोर्स के ऊपर होता है।
इसीलिए विद्यार्थियों का सबसे अधिक ध्यान डिप्लोमा के कोर्स पर ही होता है। हमने नीचे 12वीं कॉमर्स के बाद करने वाले कुछ ऐसे डिप्लोमा कोर्स की जानकारी दी है जिन्हें करके आप अपना अच्छा कैरियर बना सकते हैं।
डिप्लोमा इन फाइनेंस अकाउंटेंसी, डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी, डिप्लोमा इन रिटेल मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन फिजिकल एजुकेशन, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन योगा, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन
16. बारहवीं कॉमर्स के बाद आईटीआई कोर्स
आप चाहें तो 12वीं कक्षा को पास करने के बाद आईटीआई कोर्स भी कर सकते हैं, क्योंकि देश और विदेश की कई कंपनियों में आईटीआई पास आउट लोगों की काफी डिमांड होती है, क्योंकि यह लोग सभी चीजें प्रैक्टिकल करते हैं। आईटीआई के तहत आप नीचे बताए गए कोर्स कर सकते हैं।
टर्नर इंजीनियरिंग, मैकेनिस्ट इंजीनियरिंग, रेफ्रिजरेशन इंजीनियरिंग, टूल एंड डाई मेकर, ड्राफ्ट्समैन सिविल इंजीनियरिंग, ड्राफ्ट्समैन मैकेनिकल, फिटर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिशियन इंजीनियरिंग
17. सरकारी नौकरी की तैयारी
अगर आप 12वीं कक्षा को पास करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं, तो आप स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के द्वारा करवाई जाने वाली विभिन्न सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और उनकी परीक्षा को देकर सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
आपकी और दोस्तों:
तो दोस्तों ये था 12th कॉमर्स के बाद क्या करे, हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप सभी को पता चल गया होगा की बारहवीं कॉमर्स के बाद क्या क्या करियर आप्शन है|
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