Snow Expert Banne Ke Liye Kya Kare|जैसे-जैसे नई फैक्ट्रियां और कारखाने स्थापित हो रहे हैं वैसे वैसे ही वातावरण में प्रदूषण भी बढ़ रहा है।पिछले कुछ सालों से प्रदूषित वातावरण के कारण तथा ग्लोबल वार्मिंग के कारण हमारा ग्लेशियर तेजी से पिघल रहा है और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इनका तेजी से पिघलना मानव के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी ठीक नहीं है, क्योंकि ग्लेशियर के पिघलने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं।
इनका पिघलना एक बहुत बड़ी चुनौती है और इसीलिए पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए तथा ग्लेशियर को पिघलने से रोकने के लिए लगातार कई वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्लेशियर का अध्ययन करने वाले व्यक्ति को ग्लेशियोलॉजिस्ट कहते हैं।ग्लेसियोलोजिसट ग्लेशियर से जुड़े विषयों का अध्ययन करता है।इस कॅरिअर से जुड़कर आप प्रकृति का संरक्षण करने के साथ-साथ कमायी भी कर सकते हैं।
ग्लेशियोलॉजिस्ट को स्नो एक्सपर्ट भी कहा जाता है। अगर आप स्नो एक्सपर्ट के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको स्नो एक्सपर्ट कैसे बने, इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं,चलिए शुरू करते हैं।
स्नो एक्सपर्ट बनने हेतु शैक्षिक योग्यता|Education Qualification for Snow expert
अगर आप स्नो एक्सपर्ट बनना चाहते हैं और स्नो एक्सपर्ट करके अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा को विज्ञान के विषयों के साथ पास करना पड़ेगा।
12वीं कक्षा पास करने के बाद आप बीएससी व एमएससी को फिजिक्स या फिर गणित विषय के साथ पास कर सकते हैं। इसे करने के बाद आप इसके कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इस कोर्स में आप बायोलॉजी, केमिकल, फिजिकल और पृथ्वी तथा पर्यावरण विज्ञान में डिग्री पा सकते हैं।
आप चाहे तो इस विषय में पीएचडी भी कर सकते हैं। इस विषय में पीएचडी करने के बाद आप अच्छे पद पर काम कर सकते हैं।एक अच्छा स्नो एक्सपर्ट बनने के लिए व्यक्ति के अंदर पर्यावरण के प्रति प्रेम होना अति आवश्यक है।
इसके अलावा उसे शारीरिक रूप से फिट रहना भी आवश्यक है, क्योंकि उसे अपनी नौकरी के दरमियान वर्षा के क्षेत्र में रहना पड़ सकता है।
स्नो एक्सपर्ट का काम|Works of Snow Expert
ग्लेशियर और बर्फ के बीच होने वाली गतिविधियों का अध्ययन करना ही एक स्नो एक्सपर्ट का मुख्य काम होता है। इसके अलावा बर्फ की चट्टानों के सिकुड़ने की वजह जानने के अलावा उन कारणों का भी पता लगाता है जिससे वह यह जान सके कि ग्लेशियर के जल्दी से पिघलने पर वातावरण पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है।
एक स्नो एक्सपर्ट इन तमाम विषयों में अध्ययन करके आंकड़े जुटाते हैं और ग्लेशियरों के अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बर्फ की इन परतों के सिकुड़ने से समुद्र के जल स्तर में होने वाली वृद्धि का जायजा लेते हैं।
प्राकृतिक आपदाओं में सहायता|Aid in natural disasters
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्लेशियर के डाटा से स्नो एक्सपर्ट को बहुत ही सहायता प्राप्त होती है, क्योंकि ग्लेशियर के डाटा से वह समुद्र तल,सिकुड़ते ग्लेशियर की जांच सही तरीके से कर सकते हैं जिसके द्वारा वह प्राकृतिक संकटों की भविष्यवाणी कर सकते हैं।
स्नो एक्सपर्ट में रोजगार के अवसर|Employment opportunities in snow expert
अगर आप स्नो एक्सपर्ट का कोर्स कर लेते हैं तो इसके बाद आप पेट्रोलियम और माइनिंग कंपनी, रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंजीनियरिंग फॉर्म, जियोलॉजी में साइंटिस्ट, गेस्ट्रोलॉजिस्ट और स्नो विशेषज्ञ के रूप में काम कर सकते हैं। आप चाहे तो इसके अलावा सरकारी और शैक्षणिक संस्थान, कंसलटिंग कंपनी में भी काम कर सकते हैं।
स्नो एक्सपोर्ट कोर्स हेतु प्रमुख संस्थान|Major institutes for snow export course
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालया जियोलॉजी, देहरादून (www.wihg.res.in
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली (www.jnu.ac.in
डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (www.drdo.org
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (www.tifr.res.in)
स्नो एक्सपर्ट की सैलरी|Salary of Snow Expert
आपकी जानकारी के लिए बता देगी स्नो एक्सपर्ट की सैलरी के बारे में इंटरनेट पर कोई जानकारी नहीं है परंतु एक अनुमान के मुताबिक इनकी महीने की सैलरी ₹25000 से लेकर ₹30000 के आसपास हो सकती है।