एसडीएम कैसे बने|How To Be Sdm in Hindi me jankaari

Sdm ke liye Tayyari Kaise kare|बढ़ती बेरोजगारी के कारण आज पढ़ाई का महत्व काफी बढ़ गया है जिसे कारण काफी कंपटीशन में हो गया है क्योंकि अब अधिकतर कंपनियां ऐसे लोगों को ही नौकरी पर रख रही है जो अच्छे पढ़े लिखे हैं या फिर जिन्हें अच्छा एक्सपीरियंस है।

इसीलिए अब विद्यार्थी वर्ग पहले से ही अपनी मंजिल को पाने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। जितने भी विद्यार्थी हैं, उन सब की रूचि एक ही विषय में नहीं होती, बल्कि हर विद्यार्थी को अलग-अलग फील्ड में इंटरेस्ट होता है। जैसे कोई विद्यार्थी पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहता है तो बहुत से विद्यार्थी पढ़ाई-लिखाई करके Ias,ips,pcs,Sdm जैसे पदों को प्राप्त करना चाहते हैं। परंतु आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी क्षेत्र में सफलता बात करने के लिए ज्यादा मेहनत और उस क्षेत्र से संबंधित जानकारी का होना जरूरी होता है।क्योंकि जब विद्यार्थियों को किसी चीज के बारे में सही जानकारी होगी, तभी वह उसकी अच्छे से तैयारी कर पाएंगे और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे।
अगर आप Internet पर यह सर्च करते रहते हैं कि Sdm Kaise Bana Jata Hai, तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको एसडीएम क्या है, एसडीएम कैसे बनते हैं, एसडीएम बनने के लिए क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए, Sdm ki salary,Sdm ki power इत्यादि के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, तो चलिए चलते हैं मुख्य मुद्दे पर।
एसडीएम का फुल फॉर्म|Sdm Ka fullform In Hindi me
अगर हम एसडीएम के फुल फॉर्म के बारे में बात करें तो Sdm ka fullform होता है “सब डिविजनल मजिस्ट्रेट”। एसडीएम को हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश कहा जाता है। वर्तमान के समय में भारत के सभी जिलों में Sdm की तैनाती होती है।
एसडीएम बनने के लिए उम्र|Age to Be Sdm in Hindi me
जो लोग सामान्य वर्ग से आते हैं, उनके लिए एसडीएम बनने की उम्र 21 साल से लेकर 40 साल तक है तथा इसके अलावा जो लोग sc-st तथा ओबीसी समुदाय से संबंधित है उनकी उम्र 21 साल से लेकर 45 साल तक है और जो लोग शारीरिक रूप से थोड़े विकलांग है, उनके लिए उम्र 21 साल से लेकर 55 साल सरकार द्वारा निर्धारित की गई है।
एसडीएम हेतु राष्ट्रीयता|Nationality to Be Sdm officer in Hindi me
जो अभ्यर्थी भारत के नागरिक हैं, वह भारत में एसडीएम के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जो व्यक्ति Nepal तथा Bhutan के नागरिक हैं, वह भी भारत में एसडीएम के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एसडीएम बनने हेतु शैक्षिक योग्यता|Education Qualification for Sdm  officer in Hindi me
Sdm बनने के लिए लड़के और लड़कियां दोनों लोग आवेदन कर सकते हैं। जो अभ्यर्थी एसडीएम बनने की इच्छा रखते है, उसे इसके लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से Graduation करना जरूरी है। इसके अलावा जो छात्र ग्रेजुएशन के अंतिम साल की पढ़ाई कर रहे हैं, वह भी Sdm ki Job ke liye Application दे सकते हैं।
एसडीएम ऑफिसर बनने हेतु परीक्षा|Exams for Sdm officer in Hindi me jankaari 
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सभी जिले में सिर्फ एक ही Sdm Adhikari सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।एसडीएम बनने के लिए विद्यार्थियों के पास दो विकल्प मौजूद होते हैं। इसमें पहला विकल्प होता है कि वह स्टेट लेवल पर सिविल सर्विस एग्जाम के माध्यम से एसडीएम की नियुक्ति पाए और दूसरा विकल्प होता है कि वह राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से एसडीएम पद को प्राप्त करें। एसडीएम के पद को प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को तीन प्रक्रिया से गुजरना होता है, इसकी जानकारी हमने नीचे दी है।
प्रारंभिक परीक्षा 
मुख्य परीक्षा 
इंटरव्यू   
– प्रारंभिक परीक्षा 
एसडीएम के पद को प्राप्त करने के लिए यह पहला स्टेप होता है। Sdm बनने की प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान से संबंधित 2 पेपर होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान से संबंधित तथा दूसरा प्रश्न पत्र क्वालीफाई अंको का होता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए विद्यार्थियों को 33% अंक लाना जरूरी होता है परंतु आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस पेपर के अंक रैंकिंग में नहीं जोडे जाते हैं, बल्कि सिर्फ पहले प्रश्न पत्र के अंकों को ही जोड़ा जाता है।
– प्रारंभिक परीक्षा में अंको का निर्धारण 
1: सामान्य ज्ञान 1: 200 अंक 
2: सामान्य ज्ञान 2: 200 अंक 
– मुख्य परीक्षा
जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा को सफलतापूर्वक Pass कर लेते हैं, उन्हें उसके बाद मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्य परीक्षा में टोटल 8 क्वेश्चन पेपर होते हैं, जिनमें करंट अफेयर,इतिहास, भूगोल, इंडियन पालिटी, जनरल साइंस और सामान्य ज्ञान से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। यह परीक्षा काफी कठिन होती है और जो अभ्यर्थी इस परीक्षा को पास कर लेते हैं, उन्हें फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
– मुख्य परीक्षा में अंको का निर्धारण
1: हिंदी: 150 अंक
2: निबंध: 150 अंक
3: सामान्य अध्ययन: 200 अंक
4: सामान्य अध्ययन: 200 अंक
5: सामान्य अध्ययन: 200 अंक
6: सामान्य अध्ययन: 200 अंक
7: वैकल्पिक विषय पेपर: 200 अंक
8: वैकल्पिक विषय पेपर: 200 अंक
इंटरव्यू|Interview of Sdm officer in Hindi me 
जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा को पास कर लेता है, उन्हें फिर उसके बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह इंटरव्यू टोटल 200 अंकों का होता है। इस इंटरव्यू में आपको इंटरव्यू लेने वाले लोगों को यह विश्वास दिलाना होता है कि आप इस पद के लिए सबसे सही आदमी है और आप इस पद की जिम्मेदारी को समझते हुए अपना काम अच्छे से करेंगे।
एसडीएम ऑफिसर का वेतन|Salary of Sdm officer in india in Hindi me 
अगर हम Sdm ki salary के बारे में बात करें तो जैसा कि आप जानते हैं कि एसडीएम अधिकारी की नौकरी एक सरकारी नौकरी होती है।इसलिए इनकी सैलरी भी ज्यादा होती है।एक एसडीएम अधिकारी की महीने की सैलरी ₹53000 से लेकर ₹67,700 के आसपास होती है।यह इनकी कम से कम सैलरी है तथा इनकी अधिकतम सैलरी एक लाख तक हो सकती है। इसके अलावा एक एसडीम अधिकारी को अन्य सरकारी खर्चे जैसे पेट्रोल खर्चा, टेलीफोन खर्चा, राशन खर्चा, आवास खर्चा, यात्रा खर्चा भी सरकार द्वारा मिलता है।इसके अलावा एसडीएम और उनकी पत्नी को आजीवन पेंशन भी मिलती है।
एसडीएम का काम|Sdm works in Hindi me
अभी तक आपने यह जाना कि एसडीएम क्या होता है? एसडीएम बनने के लिए क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए? एसडीएम कौन बन सकता है? चलिए अब हम आपको यह बताते हैं कि आखिर एसडीएम बनने के बाद एसडीएम कौन कौन से काम करता है, आइए जानते हैं।
– जिस जिले में एसडीएम तैनात होता है, उस जिले की जमीनों का लेखा-जोखा एसडीएम की देखरेख में होता है। 
– इसके अलावा एसडीएम का उसके क्षेत्र के सभी तहसीलदारों पर नियंत्रण होता है।
– इसके अलावा किसी भी शादी का रजिस्ट्रेशन, अलग अलग प्रकार के लाइसेंस, विभिन्न प्रकार के आवेदन, प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, आग लगना, भूकंप, भूस्खलन, ठंडी हवाएं, बादल फटना, ओलावृष्टि, अतिवृष्टि, बिजली का ना आना इत्यादि से प्रभावित व्यक्तियों को भी सहायता उपलब्ध करवाने का काम एसडीएम का होता है।

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