भारतीय संस्कृति में हल्दी का एक महत्वपूर्ण योगदान है। हल्दी का उपयोग बहुत जगह किया जाता है एवं इसे पवित्र भी माना जाता है। हल्दी का उपयोग रसोई से लेकर मंदिर तक और लोगों के स्वास्थ्य में भी इसका उपयोग होता है। रसोई में पकवान बनाने में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा शुभ अवसरों पर तथा हवन सामग्री और पूजा अर्चना में भी हल्दी कुमकुम का उपयोग किया जाता है जो कि बहुत ही पवित्र और अनिवार्य माना जाता है। इसके अलावा हल्दी का प्रयोग मरीजों को ठीक करने में भी किया जाता है और ऐसा माना जाता है कि शरीर पर कहीं चोट लगने पर है कटी हुई जगह पर हल्दी लगाने से घाव जल्दी भरता है और हल्दी मिला हुआ दूध पीने से शरीर में ताकत और तंदुरुस्ती आती है।
काली हल्दी से यह टोटका करने पर बन सकते हैं लखपति
भारतीय धर्म ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र में हल्दी को सुख समृद्धि और उतरता का प्रतीक माना गया है। काली हल्दी को लेकर ऐसा माना जाता है कि काली हल्दी का सही तरीके से उपयोग करने पर व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। ज्योतिष विद्या के अनुसार अगर किसी व्यक्ति के धन का लगातार घाटा हो रहा है अथवा कमी हो रही है तो वह काली हल्दी से इसे दूर कर सकता है इसके लिए उसे शुक्ल पक्ष में पहले गुरुवार को पीले कपड़े में काली हल्दी 11 अभिमंत्रित कोरिया 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र एक चांदी का सिक्का एक साथ बांधकर 108 बार ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जप करें और इसके बाद इसे धन रखने के स्थान पर रख दें ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति के जीवन में आने वाले धन संबंधी समस्याएं ऐसा करने से दूर हो जाती हैं और व्यक्ति के घर में संपूर्ण संपत्ति आकर उपस्थित हो जाती हैं।
ज्योतिष विद्या के अनुसार अगर कोई व्यक्ति बहुत अधिक धन की चाहत रखता है तो इसके लिए दीपावली के दिन पहले वस्त्रों में ही काली हल्दी के साथ चांदी का सिक्का रखें और इसे धन रखने के स्थान पर रख दें ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से पूरे वर्ष लक्ष्मी माता की कृपा उस घर पर बनी रहती है और वह व्यक्ति कभी भी धन की कमी से नहीं गुजरता है। अगर कोई व्यक्ति धन की चाहत रखें तो शुक्ल पक्ष में पहले शुक्रवार को चांदी के डिब्बे में हल्दी डालकर और साथ में केसर और सिंदूर रख कर मां लक्ष्मी के चरणों से स्पर्श करवाएं और इसे जहां धन रखते हैं उस जगह पर रखते हैं ऐसा माना जाता है कि इससे उस घर में और उस व्यक्ति पर धन का हमेशा साया बना रहता है और मां लक्ष्मी कभी भी निराश नहीं करती।